Tikhur का इंग्लिश में नाम Curcuma starch या फिर Indian Arrowroot है। इसका वानस्पतिक नाम Curcuma Angustifolia कुरकुमा अंगुस्टीफोलिया) है ।
तीखुर
यह एक कंद मूल पौधा है। इसकी जड़ को ही हम फल के रूप में उपयोग में लाते हैं। इसका पौधा लगभग डेढ़ से 2 फिट के आसपास होता है।
Tikhur
Tikhur का पौधा तना रहित कंदमूल युक्त हल्दी के पौधे से लगभग 90 % मिलता जुलता है। Tikhur का कंद भी बिलकुल हल्दी की ही तरह पतला ,लम्बा, गठीला होता है।
Tikhur
हल्दी के कंद और Tikhur के कंद में सबसे बड़ा और बेसिक फर्क यही होता है की Tikhur बिलकुल सफ़ेद रंग का होता है और हल्दी पीले रंग की होती है।
Tikhur
तीखुर की जड़ों से लम्बे मांसल रेशे नुमा सरंचनाएं निकलती हैं। इसके कंदों का रंग हलका मटमैला होता है।
Tikhur
तीखुर का फल अंडाकार होता है। इसे सफ़ेद हल्दी भी कहा जाता है। इसके कंदों से आने वाले कपूर की गंध की मदत से इसे आसानी से पहचाना जा सकता है।
Tikhur
एनीमिया में तीखुर बहुत कारगर सिद्ध हुवा है। एनीमिया रोग में होने वाली खून की कमी में तीखुर बहुत फायदेमंद हैं लगातार सेवन से खून की मात्रा बढ़ती है।
तीखुर के फायदे
अत्यधिक दस्त या उलटी होने पर तीखुर के पाउडर को दूध और चीनी मिलकर शरबत बना कर पीने से तुरंत आराम मिलता है।
तीखुर के फायदे