Consignee Meaning In Hindi कनसायनी क्या होता है ? आज इसी कनसायनी शब्द के बारे में पूरी जानकरी और पूरी चर्चा करेंगे। दोस्तों ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन के तमाम प्रक्रियाओं में कनसायनी शब्द का बहुत बड़ा मह्त्व है। कनसायनी वैश्विक परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण घटक है। बिना इसके कोई भी व्यापार संभव ही नहीं है। तो आइये आज Consignee Meaning In Hindi इसके बारे में सब कुछ विस्तार से जानते हैं।
Consignee Meaning In Hindi का मतलब समझना है तो उसे से पहले हमे ये समझना पड़ेगा कि Consignee शब्द का प्रयोग कहाँ और कैसे होता है तब उसका हिंदी में मतलब समझ पाने में आसानी होगी। तो आइये पहले ये सझते हैं कि Consignee Meaning In Hindi में Consignee शब्द कहाँ से आया। फिर बाकी चीजें अपने आप समझ में आएँगी।
जैसा की हम सब लोग जानते हैं। पूरे विश्व में लगभग 195 देश हैं जहाँ पर मानव प्रजाति रहती हैं। सभी लोग एक दुसरे से व्यापार संस्कृति और भाषा के माध्यम से एक दुसरे से जुड़े है। चूँकि भौगोलिक स्थिति सबकी एक सामान नहीं है। जिससे हर देश में अलग अलग जलवायु पाई जाती है।
अलग अलग जलवायु होने की वजह से कृषि और अन्य खाने पीने की वस्तुओं के उत्पादन में भी भिन्नता पाई जाती है। जिसकी वजह से समान समय में किसी देश किसी वस्तु का उत्पादन बहुत अधिक होता है। और किसी वस्तु का बिलकुल भी नहीं होता। इन्ही चीजों की पूर्ती करने के लिए एक देश दुसरे देश से चीजों का आदान-प्रदान करते हैं।
जब भी दो देश एक दुसरे देश से वस्तुओं का आदान-प्रदान करते हैं इसे आयात-निर्यात कहा जाता है। आयात निर्यात वैश्विक परिवहन के माध्यम से होता है। आयात-निर्यात में मुख्यतः 4 लोग शामिल होते हैं।
पहला जो माल भेजता या बेंचता है उसे शिपर या एक्सपोर्टर, दूसरा जो माल ले जाता है सी एक्सपोर्ट में उसे शिपिंग कंपनी, जो सबके के बीच में संपर्क स्थापित कर के आयात-निर्यात प्रक्रिया को पूर्ण करने में पूरी मदत करता है उसे ब्रोकर या कस्टम हाउस एजेंट, और अंत में जो माल खरीदता, मंगवाता या फिर प्राप्त करता है उसे Consignee कहते हैं। तो दोस्तों आइये अब जानते Consignee Meaning In Hindi क्या होता है।
Consignee Meaning In Hindi
कनसायनी एक अंग्रेजी शब्द है इसका हिंदी में मतलब है, प्राप्तकर्ता। आयात-निर्यात प्रक्रिया में कंसाइनर द्वारा भेजे गए कंसाइनमेंट को जो प्राप्त करता है या स्वीकार्य करता है उसे ही Consignee कहते हैं।
आइये इसे विस्तार से समझते हैं। जैसा की हमने ऊपर के लेख में आप सबको बताया आयात निर्यात प्रक्रिया में वस्तुओं की आदान प्रदान प्रक्रिया में कंसाइनर द्वारा भेजे गए कंसाइनमेंट को प्राप्त करता है उसे इम्पोर्टर या Consignee कहते हैं।
Consignee वैश्विक व्यापार का सबसे बड़ा घटक होता है। आयात निर्यात पूरी प्रक्रिया पूर्ण होने में Consigner , Consignment और Consignee तीन लोग मुख्य रूप से शामिल होते हैं। आइये तीनों को अलग अलग समझते हैं।
Consigner : कंसाइनर
जब एक देश से दुसरे देश में कोई भी वस्तु भेजी जाती है तो जो भी वस्तु या समान भेजता है उसे Consigner कहते हैं। Consigner को एक्सपोर्टर या प्रेषक भी कहते हैं। कभी कभी एक्सपोर्टर या Consigner एक ही होते हैं। पर जरूरी नहीं की हर बार एक्सपोर्टर या Consigner एक ही हो।
आइये इसे उदाहरण से समझते हैं। मान लेते हैं की एक किसान है जो मशाले की खेती करता है। लेकिन वो मशाले को एक्सपोर्ट नहीं करता। लेकिन अगर वो एक्सपोर्ट करना चाहता है। तो वो किसी ब्रोकर या एजेंट को हायर करता है। जो अपने कुछ कमीशन लेकर के किसान के मशाले को एक्सपोर्ट या निर्यात कर देता है। यहाँ एक्सपोर्टर अलग और Consigner अलग हो गए। किसान एक्सपोर्टर और ब्रोकर कंसाइनर हो गया। इसका मतलब ये हो गया की कंसाइनर माल का प्राम्भिक मालिक होता है। पर कंसाइनर माल का स्वामित्व नहीं लेता। ना ही कंसाइनर माल का स्वामी होता है
Consignment कंसाइनमेंट :
जब कंसाइनर द्वारा कोई भी वस्तु निर्यात या एक्सपोर्ट की किया जाता है तो भेजी गई वस्तु को ही कंसाइनमेंटकहा जाता है। जरूरी नहीं की कोई वस्तु एक्सपोर्ट या निर्यात की जाये तब ही उस वस्तु कोई कंसाइनमेंट कहते हों। किसी देश के अंदर ही एक राज्य से दूसरे राज्य में या एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजा जाता है तो भेजी जाने वस्तु या माल को कंसाइनमेंट कहा जाता है।
कंसाइनमेंट कोई भी वस्तु जैसे खाद्य सामग्री , इंजीनियरिंग सामग्री , दवाइयां , चिकत्सीय टूल्स या कुछ भी हो सकते हैं।चूँकि आज हम Consignee Meaning In Hindi इसी वाक्य पर पूरी चर्चा कर रहे हैं तो हमे एक चीज समझ में आ गया कि Consignee कन्साइनमेंट प्राप्त करता है ।
Consignee : कनसायनी
आयात निर्यात प्रक्रिया में जब Consigner द्वारा कोई माल या Consignment एक्सपोर्ट किया जाता है तो तो उस Consignment को प्राप्त करने वाले को ही Consignee या बायर कहते हैं कहते हैं। जब Consignment Consigner द्वारा निर्यात किया जाता है तब Consignee दुसरे देश का होता है और वहीँ माल या Consignment प्राप्त करता है। जब कोई भी Consignment देश के अंदर ही एक स्थान से दुसरे स्थान पर भेजा जाता है तो। Consignee देश का ही होता है और देश के अंदर ही कन्साइनमेंट को प्राप्त करता है।
Bill To Ship To :
कभी कभी बायर और Consignee अलग अलग होते हैं। जब इम्पोर्टर या बायर अपने कन्साइनमेंट मंगवाने के लिए किसी एजेंट को Hire करते है। तो एजेंट बायर के लिए कन्साइनमेंट मंगवाकर बायर को हैंडओवर कर देता है । तो इस स्थिति में बायर और Consignee दोनों अलग अलग हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में जब डॉक्यूमेंटशन होता है तो बहुत ध्यान रखा जाता है।
जब बायर और Consignee दोनो एक ही होते हैं तो Bill To में Consignee का Address होता है । और Ship To में Same As Consignee होता है। और जब दोनों अलग होते हैं तो Bill To में Consignee का Address और Ship To में बायर का अड्रेस डाला जाता है । इसे ही Bill To Ship To तो कहा जाता है ।
Conclusion निष्कर्ष :
दोस्तों आज हमने Consignee Meaning In Hindi के बारे में चर्चा की। Consignee आयात निर्यात कि कड़ी का सबसे महत्वपूर्ण घटक होता है। किसी भी आयात-निर्यात या फिर लोकल वस्तुओं के आवागमन में Consignee शामिल ही रहता है। इसके बारे में एक- एक जानकारी आप तक पंहुचाई। उम्मीद करता हूँ कि हमारे द्वारा Consignee Meaning In Hindi के बारे में दी हुई जानकारी आप के ज्ञान में कुछ बढ़ोत्तरी कर पाई होगी। हमारे द्वारा दी हुई जानकारी आप को कैसे लगी कमेंट कर के जरूर बताएं बहुत बहुत धन्यवाद।
Frequently Asked Question
Question 1. कंसाइनर कौन है और कंसाइनी कौन है?
Answer 1. Consigner को प्रेषक और Consignee को प्राप्तकर्ता भी कहते हैं। जब भी किसी एक देश से दुसरे देश के बीच में आयात-निर्यात व्यापार होता है। जो अपना माल बेंचता या निर्यात करता है तो दुसरे देश में मौजूद बायर माल प्राप्त करता है इसे ही Consignee कहते हैं।
Question 2. शिपर और कंसाइनी में क्या अंतर है?
Answer 2. आयात निर्यात व्यापार हो या अंतर्देशीय व्यापार हो दोनों ही व्यापार में एक एक्सपोर्टर या सप्लायर होता है जो मॉल या वस्तु को भेजता है है इसे Shipper कहते हैं। दूसरी तरफ जो माल खरीदता या प्राप्त करता है उसे प्राप्तकर्ता या फिर Consignee कहते हैं।
Question 3. शिपिंग में कंसाइनमेंट क्या है?
Answer 3. Consigner द्वारा निर्यात किये गए या भेजे हुए माल को इकठ्ठा एक साथ जब किसी बड़े वाहन या कंटेनर में भेजा जाता है। और Consignee इस माल को प्राप्त करता है। Consignerद्वारा भेजे गए माल को ही कन्साइनमेंट कहते हैं।
Question 4. शिपिंग में शिपर कौन है?
Answer 4. शिपिंग या आयात निर्यात प्रक्रिया में जो माल का मालिक होता है ,जो माल भेजता है या फिर एक्सपोर्ट करता है उसे ही शिपर कहा जाता है।
Question 5. शिपर विक्रेता है?
Answer 5. आयात निर्यात व्यापार में एक्सपोर्टर ही माल का मालिक होता है जो की माल को एक्सपोर्ट करता है। एक्सपोर्टर को शिपर भी कहते हैं। और इम्पोर्टर उसे इम्पोर्ट करता या खरीदता है। तो हम कह सकते हैं की शिपर विक्रेता है।