पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde , पान खाने के बहुत चौंकाने वाले फायदे हैं। जो हम लोगों को पता ही नहीं है। पान जी हैं वही पान जो किसी परिचय का मोहताज नहीं। हमारे भारत देश में हर चौथा व्यक्ति आप को मुँह में पान खाये हुए गुड़गुड़ाते हुए मिल जायेगा। कई एशियाई देशों जिसमे भारत भी शामिल है का , पान सबसे लोकप्रिय पदार्थ है। पान के पत्ते ज्यादातर सुपारी, कत्था और चूने के साथ खाया जाता है। आइये आज आप को विस्तार से बताते हैं पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde के बारे में , पान खाने के क्या क्या फायदे हैं।
पान | Paan Ka Patta
बात पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde के बारे में हो रही तो पहले के पान के बारे में जान लेते हैं की, पान है क्या और इसका आम जान जीवन में क्या महत्त्व है।
पान एक बेलदार पौधा है जिसकी पत्ती दिल के आकार वाली होती है । पान भारत में पाया जाने वाला एक लतादार प्लांट या पौधे का पत्ता है। पान पादप जगत के एंजियोस्पर्म श्रेणी के पाइपरेशी कुल का पौधा है। पान का वैज्ञानिक नाम Piper Betel है। अंग्रेजी में में इसे Betel और संस्कृत में ताम्बूल भी कहते हैं।
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पान का पौधा लतादार, बेलदार अंगूर के पौधे से बिलकुल मिलता जुलता होता है। पान में किसी भी प्रकार कोई फल नहीं मिलता है। पान की खेती इसके पत्तों के लिए की जाती है। पान के पौधों से इसके पत्तों को परिपक्क्व होने पर अलग कर लिया पान जाता है।
पान की खेती भारत और इसके पडोशी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश,श्रीलंका के साथ-साथ मलेशिया इंडोनेशिया फिलीपींस और Papua New गिनी में भी की जाती है। भारत पान का सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है।
पान के आध्यात्मिक और पौराणिक महत्तव |Paan Khane Ke Fayde
पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde तो एक तरफ हैं किन्तु भारत और भारतीय संस्कृत जिसमे गंगा जमुनी तहजीब भी शामिल है। पान के बिना अधूरी है। चाहे हिन्दू धर्म के लोग हों चाहे मुस्लिम धर्म के लोग हों दोनों में ही पान का अपना एक अलग ही महत्त्व है।
हिन्दू धर्म में सभी देवी देवताओं में पूजन एवं हवन सामग्री में पान अनिवार्य रूप से लिया जाता है। बिना पान के कोई भी पूजा अधूरी ही मानी जाती है। इसके अलावा सभी शुभ अवसरों की शरुवात पान खिलाकर ही होती है।
भारतीय संस्कृत में भोजन के बाद पान खाने का अपना अलग ही महत्तव है।
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उदाहरण के लिए, भारत में, सामाजिक समारोहों और समारोहों के दौरान मेहमानों को आतिथ्य और सम्मान का प्रतीक, पान की पेशकश करने की प्रथा है। यह धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों में भी एक आम पेशकश है।
पान के प्रकार | Paan Kitne Prakar ke Hote Hian
पान अलग अलग राज्यों एवं देशों मौषम एवं जलवायु के अनुशार पानों की अलग अलग किस्में पाई जाती है। पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde में पहले जानते हैं की पान कितने प्रकार के होते हैं।
• मगही पान Magahi Paan
• बंगला पान Bangla Paan
• साँची पान Saanchi Paan
• बनारसी पान Banarsi Paan
• कपूरी पान Kapoori Paan
• मीठी पान Meethi Paan
मगही पान | Magahi Paan| Banarsi Paan
जितने प्राचीन बनारस के घाट हैं उतने ही प्राचीन बनारस के पान हैं। कहा जाता है की भगवान शिव को पान बहुत प्रिय है। भगवान शिव और माता पार्वती ने सर्वप्रथम हिमालय में पान का पहला बीज रोपा था। तब से लगभग सभी शुभ काम में पान का प्रयोग किया जाता है।
खाई के पान बनारस वाला जी हाँ इस गाने को ऐसा कौन है जो नहीं सुना और गाया है। इस गाने के साथ साथ बनारस पान भी बहुत प्रसिद्द है। पूरा पान बन जाने बाद बनारस का पान बनारस का पान कहलाता है। तो बनारस के पान में जिस पान के पत्ते का प्रयोग होता है वो बिहार के मगध क्षेत्र से ही आता है।
इस लिए इसे मगही पान Magahi Paan कहते हैं। मगध क्षेत्र के औरंगाबाद ,नालंदा वजीरगंज आदि जिलों में मगही पान Magahi Paan की खेती बहुत अधिक मात्रा में होती है।
साल 2023 में भारत सरकार ने मगही पान की GI टैगिंग की है। जिससे अब विदेश के लोग भी मगही और बनारस के पान का लुफ्त ले पाएंगे। और इसे अधिक मात्रा में एक्सपोर्ट किया जा सकेगा। जिस से भारत के किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी।
पान के उपयोग एवं उपयोगिता | Paan Khane Ke Fayde
दोस्तों जैसा की आप जानते हो आज हम पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde के बारे में बता रहे हैं तो आइये पहले देखते हैं की पान की उपयोगिता क्या-क्या है।
• शुभ शगुन अवसरों एवं शादी विवाह क अवसरों पर
विभिन्न प्रकार के समुदायों एवं धर्मों के लोगों में शादी एवं शुभ अवसरों पर मेहमानों के मेहमान नवाजी हो फिर पूजा में हर जगह पान का प्रयोग सबसे पहले होता है।
• मौखिक साफ सफाई में सहायक
विज्ञान द्वारा की गई बहुत सारी रिसर्चों में सामने आया है की पान खाने से मुँह में पाए जाने वाले बहुत सारे हानिकारक वेक्टेरिया एवं रोगाणुओं से रोकथाम करता है। एवं मुहं को सुगन्धित भी बनाता है। पान चबाने से सांसों में ताज़गी आती है।
• सामाजिक समबन्धों में प्रगाढ़ता लाता है पान
जिस तरह पश्चिमी देशों में लोग चाय और कॉफी साथ में पीते हैं और सामाजिक जुड़ाव बना के रखते हैं। ठीक उसी प्रकार भारत और एशिया महाद्वीप के देशों में लोग साथ बैठ के एक दुसरे को पान खाते और खिलाते हैं और सामाजिक सद्भावना बना के रखते हैं।
पान खाने के फायदे | Paan Khane Ke Fayde
दोस्तों आज हम पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde के बारे में चर्चा कर रहे हैं। पान के अंदर बहुत सारे औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसकी चर्चा हमारे औषधीय गुणों के सबसे प्राचीन ग्रन्थ चरक संहिता में की गई है।
नेशनल मेडिसिन प्लांट बोर्ड National Medicine Plant Board ने पान के एक हर्बल औषधि का दर्जा देते हुए पान की टैगिंग भी की है। तो आइये दोस्तों एक एक करके पान खाने के फायदे के बारे में में जानते हैं।
1. पाचन क्रिया को चुस्त दुरुस्त रखने में मदत करता है
पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde में से होने वाले प्राथमिक लाभों में से एक इसकी पाचन में सहायता करने की क्षमता है। चबाने की क्रिया लार के उत्पादन को उत्तेजित करती है, जिसमें पाचन एंजाइम होते हैं। माना जाता है कि पान के पत्तों में वातनाशक गुण होते हैं, जो सूजन, गैस और कब्ज को कम करने में मदद करते हैं।
2. बैक्टीरिया रोधी गुण Paan Khane Ke Fayde
पान के पत्तों में ऐसे तत्त्व पाए जाते हैं जो बक्टेरिया रोधी और गाणुरोधी गतिविधि प्रदर्शित करते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि ये यौगिक विभिन्न बैक्टीरिया और कवक के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं, जो संक्रमण के इलाज और मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में फायदेमंद होते हैं।
3. उत्तेजना को उत्तेजित करने का गुण
पान के साथ खाये जाने वाले पदार्थों में सुपारी मुख्य घटक हैं। सुपारी में एरेकोलिन जैसे एल्कलॉइड होते हैं, जो पूरे शरीर को चैतन्य और उत्तेजक बनाये रखता है। पान के साथ तम्बाकू भी खाई जाती है, जिसमे निकोटीन या कैफीन पाई जाती है। जो हल्का-हल्का आप को एक्टिव बना के रखता है और सतर्क बनाये रखता है।
किसी भी काम को करते हुए अगर आप लम्बे समय तक चैतन्य रहना चाहते हैं। तो पान का सेवन आप के लिए फायदे मंद हो सकता है। उदहारण के लिए जैसे हमारे देश में ट्रक चालकों को बहुत लम्बे सफर में बहुत दूर-दूर तक गाड़ियां चलानी पड़ती है। ऐसे में वे पान का सेवन कर के जब वाहन चलाते हैं देर तक चैतैन्य बने रहते हैं। और नींद से बचे रहते हैं।
4. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
जैसा की पान को देव पादप भी माना जाता है। बात अगर पान कहने के फायदे की हो तो जो पान की सबसे बड़ी खूबी होती है वो है इसका एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर होना। पान का पत्ता एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स है।
जिसकी वजह से पान के पत्ते में कैंसर, ह्रदय रोग ,मधुमेह सहित विभिन्न बीमारियों से लड़ने में आप के शरीर की पूरी मदत करता है। पान के पत्तों का नियमित सेवन मुक्त कणों को निष्क्रिय करने में मदद कर सकता है, जिससे संभावित रूप से इन स्थितियों का खतरा कम हो जाता है।
5. सूजनरोधी और एनाल्जेसिक प्रभाव
पाइपर सुपारी एंटीऑक्सिडेंट, विशेष रूप से फेनोलिक यौगिकों से भरपूर है, जो महत्वपूर्ण सूजन-रोधी और एनाल्जेसिक लाभ प्रदान करता है। घाव और सूजन पर पान के पत्ते का पेस्ट लगाने से दर्द और सूजन कम हो सकती है। यह इसे गठिया और अन्य सूजन संबंधी विकारों जैसी स्थितियों के लिए एक उपयोगी हर्बल उपचार बनाता है।
6. अस्थमा एवं साँस की बीमारी में सहायक
पान के पत्तों का प्रयोग अस्थमा एवं सांस के सम्नब्नधित समस्यायों में भी किया जाता है। जिन लोगो का अक्सर कफ की शिकायत रहती है, और सांस लेने में तकलीफ होती है। पान का सेवन उनके लिए बहुत ही लाभदायक होता है।
पान बलगम को साफ़ करने, कफ को का जड़ से साफ करने में बहुत ही सहायक सिद्ध हुआ है जिससे खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस से राहत मिलती है। जब पान के पत्तों को उबालकर चाय के रूप में सेवन किया जाता है, तो यह गले की जलन को शांत कर सकता है और खांसी की गंभीरता को कम कर सकता है।
7. रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में मदत करता है
हाल ही में हुई एक शोध में पता चला है की पान के पाया जाने वाला ह्यपोग्लाइसेमिक गुण की वजह से रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने में मदत करता है। पान के इसी गुण के कारण यह लोगों के रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित कर के मधुमेह के होने के खतरे को रोकता है।
8. घाव भरने एवं त्वचा की मरम्मत में सहायक
पान के पत्तों में रोगाणुरोधक और सूजनरोधी गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा के देखभाल और मरम्मत में मदत करते हैं। पान के पत्तों के पीसकर कटे , जले या फटी हुई त्वचा पर इसका लेपन लगाया जाता है तो ये घावों को भरने में बहुत मदत करते हैं। इसके अलावा पान का लेपन और इसके रस को मुहाँसे एवं अन्य त्वचा के संक्रमणों में लगाया जाता है, तो यह त्वचा को बहुत तेज़ी से रिपेयर करने में मदत करता है।
उन्नत मानसिक स्थिति एवं मूड बनाने में सहायक Paan Khane Ke Fayde
परंपरागत रूप से, पान के पत्तों का उपयोग मानसिक सतर्कता में सुधार और तनाव को कम करने के लिए किया जाता है। पान के पत्तों में मौजूद प्राकृतिक यौगिक हल्का उत्तेजक प्रभाव डाल सकते हैं, मूड को बेहतर कर सकते हैं और चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
Conclusion | निष्कर्ष
दोस्तों आज हम पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde के बारे में चर्चा कर रहे थे। पान सिर्फ एक पौधे से कहीं अधिक है। पान में में स्वस्थ्य सम्बन्धी कई फायदों की एक लम्बी श्रृंखला है। चाहे पाचन में सहायता करना हो श्वसन स्वास्थ्य को बढ़ाने से लेकर रोगाणुरोधी और सूजन-रोधी प्रभाव प्रदान करने तक, पान का पत्ता पारंपरिक चिकित्सा का एक बहुमुखी और मूल्यवान घटक है। किसी भी हर्बल उपचार की तरह, पाइपर सुपारी का सीमित मात्रा में उपयोग करना और स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। तो दोस्तों आज का हमारा विषय पान खाने के फायदे Paan Khane Ke Fayde कैसा लगा हमें जरूर बताएगा बहुत बहुत धन्यवाद।