Shipper Meaning In Hindi शिपर को एक्सपोर्टर भी कहा जाता है। शिपर आयात-निर्यात के वैश्विक व्यापार के सबसे महत्वपूर्ण धुरी है। बिना शिपर के निर्यात लगभग संभव नहीं है। दोस्तों आज हम Shipper Meaning In Hindi इसी विषय के बारे में पूरी चर्चा करेंगे। आयात निर्यात प्रक्रिया में शिपर की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। आइये अब अपने आज के विषय Shipper Meaning In Hindi के बारे में एक एक चीज विस्तार से समझते हैं।
विश्व के लगभग 195 देशों में कोई भी ऐसा देश नहीं है। जिसके पास मानव जीवन के उपयोग में आने वाली सभी वस्तुएं पाई जाती हो। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारन ये है की सारी दुनिया के सभी भागों की भौगोलिक स्थिति का अलग अलग होना। अलग अलग भौगोलिक स्थिति की वजह से उनके जलवायु में भिन्नता पाई जाती है।
जिसकी वजह से एक ही समय में अलग अलग देशों में भिन्न भिन्न उपज एवं पैदावार होती है। और तब हमें एक दुसरे से वस्तुओं के आदान प्रदान की जरूरत पड़ती है। ये तो हमने आप को एक कारण और एक प्रकार की वस्तुओं के आदान प्रदान के बारे में उदाहरण दिया। इसी प्रकार तकनीकी जरूरतें , चिकित्सा सम्न्बंधी जरूरतें , जीवन रक्षक औषधियों का आदान प्रदान वैश्विक स्तर पर होता रहता है।
एक देश से दुसरे देश के बीच में वस्तुओं के आदान प्रदान को आयात-निर्यात कहा जाता है। आयात-निर्यात की यह महत्वपूर्ण प्रक्रिया ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन या वैश्विक परिवहन के माध्यम से होती है। ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन जलमार्ग से पानी की जहाजों द्वारा , वायु मार्ग से हवाई जहजों द्वारा मुख्य रूप से किया जाता है।
इसके अलावा कभी कभी सड़क मार्ग से भी किया जाता है। तो दोस्तों अब सवाल ये उठता है की इसमें शिप्पर मीनिंग इन हिंदी जो आज का अपना विषय है उसका तो नाम ही नहीं आया। तो आइये समझते हैं की इस पूरेआयात-निर्यात प्रक्रिया में में शिपर की क्या भूमिका है। पूरे आयात निर्यात प्रक्रिया में मुख्य रूप से 5 लोग शामिल होते हैं। शिपर ,कसंसयानी, शिपिंग लाइन, कस्टम हाउस एजेंट एवं कस्टम विभाग।
इसी में में शिपर भी एक होता है। तो आइये आज अपने टॉपिक Shipper Meaning in Hindi के ओर चलते हैं ओर समझते हैं की शिपर क्या है ? क्या करता है सब कुछ।
Shipper Meaning in Hindi : शिपर मीनिंग इन हिंदी
शिपर को निर्यातक , Consigner एक्सपोर्टर या प्रेषक भी कहते हैं। अलग-अलग बिज़नेस की टर्म्स कंडीशन में अलग नामों से जाना जाता है। जब भी कोई निर्यात शिपमेंट निर्यात किया जाता है ,तो शिपर उसमे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चूँकि निर्यात किया जाने वाले शिपपमेंट शिप या पानी की जहाज के माध्यम से भेजा जाता है। शिपर शिपमेंट को भेजने शिप पर लोड करने ओर भेजने मदत करता है इस हिसाब से उसे शिपर कहते हैं।
आइये इसे थोड़ा और ठीक से समझते है। कोई भी वस्तु या सामन जब निर्यात किया जाता है तो निर्यात से सर्वप्रथम दो लोगों की अहम भूमिका होती है। पहले नंबर पर आता है मैन्युफैक्चरर या उत्पादक जो किसी भी वस्तु या सामन का निर्माण करता है। और दूसरा होता है, जो उसे एक्सपोर्ट या निर्यात करता है। इसी एक्सपोर्टर या निर्यातक को ही शिपर कहते हैं। कभी कभी उत्पादक खुद अपने वस्तुओं को निर्यात करता है। ऐसी स्थिति में उसे उत्पादक निर्यातक या फिर Manufacturer Exporter भी कहते हैं।
Shipper : शिपर
आमतौर पर उत्पादक स्वयं वस्तुओं को निर्यात नहीं करता , निर्यात करने के लिए एक एक्सपोर्टर या शिपर हिरे करता है जो उत्पादक का माल भेजने के लिए उसे कुछ शुल्क लेता है। और कस्टम हाउस एजेंट से समन्वय स्थापित कर के कस्टम क्लीरेंस करवाकर मॉल को निर्धारित गंतब्य तक जाने वाली शिप पर लोड करवाता है। इसे ही शिपर कहते हैं।
विश्व बाजार में भारत का निर्यात
भारत आज की तारीख में भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले 10 सालों में भारत के निर्यात में उत्तरोतर वृद्धि हुई है। नट अगर आंकड़ों की जाये तो भारत विश्व के लगभग 190 देशो में कुल मिलकर लगभग 1000 उतप्दित वस्तुओं का निर्यात करता है। 2018 से 2019 के बीच के आंकड़े बताते हैं की भारत ने इन वर्षों के बीच अपने निर्यात में 11% की वृद्धि की। आर्थिक सर्वेक्षण 2018 के अनुशार भारत के कुल निर्यात का 70 % निर्यात केवल 5 राज्यों से किया। वो 5 राज्य तमिलनाडु,महाराष्ट्र ,कर्नाटका , तेलंगाना और गुजरात थे।
भारत सरकार अपनी अलग अलग योजनाओं के माध्यम से लगातार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। जिसका परिणाम भी निर्यात व्यापर में दिखने लगा है। । जैव-रसायन, मशीनरी, ऑटोमोबाइल, पेट्रोलियम उत्पाद, फार्मास्यूटिकल्स, कपड़ा और इंजीनियरिंग सामानों की बढ़ रही मांग से से भारतीय निर्यात में जयादा वृद्धि देखि जा रही है । 1957 से 2018 तक निर्यात औसतन 5520.43 मिलियन अमरीकी डालर था, जोकि 2019 में बढ़कर यह उच्चतम 32550 मिलियन अमरीकी डालर पर पहुंच गया।
भारतीय उत्पादकों एवं निर्यातकों के बारे में मत्वपूर्ण जानकारी
● भारत में गन्ने की खेती बहुत अधिक मात्रा में की जाती है। उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है। जिसकी वजह से भारत पूरे विश्व का तीसरा सबसे बड़ा चीनी निर्यातक देश है। चीनी निर्यात का कुल कारोबार 25 अरब डॉलर है। जिसमे भारत की कुल हिस्सेदारी 5.9 % है।
●भारत एल्युमीनियम भी बहुत अधिक मात्रा में निर्यात करता है। अपने निर्यात का 22 % अमेरिका को और लगभग 12 % संयुक्त अरब अमीरात को करता है।
●और जब बात चावल की बात होती है तो हम भारतीयों का सीना फक्र से चौड़ा हो जाता है। चूँकि चावल निर्यात में भारत विश्व में नंबर १ है। कुल वैश्विक निर्यात का 26.7 % भारत अकेले निर्यात करता है।
●भारत परिष्कृत पेट्रोलियम पदार्थों के लिहाज से 5.3 % हिस्सेदारी के साथ विश्व का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक है।
Shipper को निर्यात करने के लिए आवश्यक दस्तावेज
Shipper को शिपमेंट भेजने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है।
●इम्पोर्ट एक्सपोर्ट लाइसेंस IEC Code
● AD Code रजिस्ट्रेशन
● GST सर्टिफिकेट
●पहचान पत्र आधार कार्ड
●पैन कार्ड
●चालू बैंक खता
Conclusion निष्कर्ष
Shipper Meaning In Hindi आज इसी विषय के बारे में पूरी चर्चा हुई। जैसा की हम सब जानते हैं की निर्यात की प्रक्रिया में शिपर सबसे महत्वपूर्ण घटक है। आज शिप्पर के बारे में सारी जानकारी और पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। दोस्तों आप को Shipper meaning In Hindi इस बारे में दी हुई जान करि आप को कैसे लगी जरूर बातएं बहुत बहुत धनयवाद।
Frequently Asked Question
Question 1. शिपर से क्या तात्पर्य है?
Answer 1. शिपर आयात निर्यात व्यापार में निर्यात में जाने वाले माल का स्वामी होता है। शिपर को प्रेषक भी कहा जाता है। चूँकि शिपर वस्तुओं को एक्सपोर्ट करता है। इस लिए शिपर को एक्सपोर्टर भी कहते हैं।
Question 2. शिपर क्या करता है?
Answer 2. शिपर निर्यात की जाने वाले वस्तुओं को कस्टम क्लीरेंस करवा कर जहाज में सुरक्षित लोड करवाने के लिए जिम्मेदार होता है। शिपर निर्यात होने वाले मॉल का स्वामी होता है। उत्पादक की फ़ैक्टरी से लेकर कस्टम क्लीरेंस और सुरक्षित मॉल पंहुचने तक शिपर जिम्मेदार होता है।
Question 3. शिपर और कैरियर में क्या अंतर है?
Answer 3. शिपर वैश्विक व्यपार में होने वाले निर्यात व्यापार में एक्सपोर्ट होने वाले मॉल का स्वामित्व प्रदर्शित करता है। दुसरे शब्दों में कहा जाये तो शिपर निर्यात करने वाला निर्यातक होता है। जबकि कैरियर निर्यातित मॉल को परिवहन करने वाले जहाज का स्वामी होता है।