Kala Namak | काले नमक के 5 चमत्कारिक फायदे

दोस्तों आज हम Kala Namak के बारे में चर्चा करेंगे लेकिन उसे पहले नमक जिसके बिना अच्छे से अच्छा व्यंजन भी एकदम बेकार सा लगता है। जिस भी खाने में नमक न हो वह खाने योग्य नहीं रह जाता है। नमक कई प्रकार के होते हैं। लेकिन आज हम बात करने जा रहे हैं Kala Namak  के बारे में। काला नमक जिसका नाम सुनते ही मुँह में पानी और दिमाग में चाट, चाट मशाला, टिकिया ,पानी पूरी ,या गोलगप्पे का ख्याल आने लगता है।

Kala Namak

नमक कई प्रकार के होते हैं जैसे सफ़ेद या पारम्परिक नमक, सेंधा नमक या रॉक साल्ट ,और काला नमक। सभी नमकों को बनाने की अपनी अलग अलग विधा होती है। कुछ को बनाया जाता है। और कुछ नमक प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। तो दोस्तों जो आज का हमारा टॉपिक है वो Kala Nmak। आज इसी के बारे में आप को पूरी जानकारी देंगे। तो आइये इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।

काला नमक | Kala Namak

काले नमक को सुलेमानी नमक भी कहा जाता है। हिंदी में काला नमक ,बंगला में बिट लबन ,गुजरती में संचल भी कहते हैं। काले नमक में मुख्य रूप से सोडियम क्लोराइड , सोडियम सल्फाइड ,आयरन सल्फाइड ,और हाइड्रोजन सल्फाइड पाया जाता है। काले नमक को नमक प्राकृतिक नमक की जगह पर उपयोग में लाया जाता है।

सोडियम क्लोराइड और सल्फर लवण के कारण ही काले नमक में एक विशिष्ट प्रकार स्वाद आता है । यही स्वाद ही इसको विशिस्ट बनाता है। ये नमक गहरे बैंगनी रंग का होने के कारण ही काले रंग का दिखाई पड़ता है। काले नमक का स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट होता है। इसका उपयोग चाट ,चटनी रायता , और अन्य प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों में किया जाता है।

कुछ काले नमक जिनमे हाइड्रोजन सल्फाइड की मात्रा अधिक पाई जाती है वो पहाड़ियों से खनन कर के प्राप्त किये जाते हैं। जो की एशिया महादीप में लगभग भारत और पाकिस्तान में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाता है। लेकिन मुख्य काला नमक जिसे संचर नमक कहा जाता है  जिसकी हम आज चर्चा कर रहे हैं हैं उसको साधारण प्राकृतिक नमक को ही एक विशेष प्रक्रिया से तैयार किया जाता है।

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काला नमक कैसे बनाया जाता है | Kala Namak Kaise Banaya Jata Hai

Kala Namak  के बारे में कुछ लोगों को लगता है की काले नमक समन्दर या पहाड़ों में मिलता है तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है। शुद्ध काले नमक जिसे संचर नमक भी कहा जाता है को फॅक्टरी में एक विशेष प्रोसेस से बनाया जाता है। आप को ये जानकार और भी हैरानी होगी की फैक्ट्री में भी काले नमक को मशीनों की सहायता से नहीं बल्कि बिलकुल देशी तरीकों से बनाया जाता है। तो दोस्तों आइये इसके बनाने के तरीके के बारे में जानते है ,जो की बहुत मजेदार होने वाला है। बनाने की विधि को निम्नलिखित तरीकों से समझते है।

● काला नमक या संचर नमक को बनाने के लिए सबसे पहले एक विशेष प्रकार का बड़े मुँह वाला मिट्टी का घड़ा लेते है। जिसे विशेष प्रकार की मिट्टी और बालू के मिश्रण से बनाया जाता है। इस घड़े को बनाने में इस चीज का ध्यान रखा जाता है की इसमें कोई और अशुद्धियाँ न मिलने पाए। पहले लगभग 1000 – 1200 घड़े बना लिए जाते हैं फिर इसे विशेष तरीके से तैयार किया जाता है। इस घड़े का उपयोग पानी पीने वाले घड़े की तरह नहीं कर सकते।

● अब एक अलग प्रकार का चूर्ण तैयार करते हैं जिसमे अगर 20 किलो साधारण नमक है तो उसमे 1 किलो छोटी हरड़ ,बड़ी हरड़ ,आवंला और बबूल की छाल का चूर्ण मिला कर समनुपात में 20 किलो नमक के लिए 1 किलो चूर्ण तैयार कर लेते हैं।

● अब कोयले की एक विशेष प्रकार की भट्ठी बनाई जाती है जिसमे 300 से 400 मिट्टी के घड़ों को एक साथ रख के गरम करते हैं। फिर इसमें प्रति घड़े की हिसाब से लगभग 20 किलो साधारण नामका डालकर गरम करते हैं।

● नमक ठीक से गरम हो जाने के बाद उसमे प्रति 20 किलो पर 1 किलो तैयार किया हुआ चूर्ण डालते हैं। फिर इसको लगातार 12 घंटे तक गरम करते हैं।गरम होने के बाद नमक और चूर्ण आपस में अच्छे से मिल जाते हैं।

● 12 घण्टे गरम होने के बाद 12 घण्टे तक ठंडा करते हैं। ठंडा किया हुआ मिश्रण नामक के साथ मिल कर मटके के आकार में जम जाता है।

● ठंडा होने के बाद मटके को ऊपर से तोड़ देते हैं। उसके बाद फिर नमक मटके के आकार का जमा हुआ हार्ड पत्थर के जैसा प्राप्त हो जाता है।

● प्राप्त हुए तैयार नमक को तोड़ कर छोटे छोटे टुकड़ों में कर लेते हैं। और फिर पीसकर अपनी सुविधा के अनुसार पैकेटों में पैक कर लेते हैं।

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काले नमक के फायदे | Kala Namak Ke Fayde 

वैसे तो जयादातर हम खाने पीने में सफ़ेद नमक का ही उपयोग करते हैं लेकिन आयुर्वेद कहता है की अगर खाने में काले नमक को शामिल किया जाये तो उसके अनगिनत फायदे हैं। Kala Namak तो अपने आप में फायदे मंद है ही लेकिन अगर अलग अलग तरीके से इसका उपयोग अन्य अलग अलग चीजों के साथ किया जाता है तो इसके फायदे और बढ़ जाते हैं।

● एसिडिटी में लाभदायक है : काले नमक की सबंध सीधा सीधा सम्बन्ध पेट की समस्याओं से है यदि आप काले नमक को अपने भोजन में शामिल करते हैं तो ये आप के पेट को बहुत हेल्थी बनाने मदत करता है। खासकर यदि आप को गैस की समस्या है , एसिडिटी की समस्या है। जिन लोगों को बहुत गैस बनती है तो उन्हें भोजन में काला नामक खाने से पेट की समस्या में आराम मिलता है।

काले नमक को भुनी हुई अजवाइन को पानी के साथ लेने से अगर आप को पेट में मरोड़ें आती है , ऐंठन सी बनी रहती है दर्द लगातार बना रहता है तो ऐसे में बहुत आराम मिलता है।

● तनाव और अनिद्रा में फायदेमंद है :  आज कल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों में भरी तनाव की समस्या देखी जा रही है जिसकी वजह से लोग अनिद्रा के भी शिकार हो जाते हैं। तनाव के कारण अनिद्रा की भी बीमारी मुफ्त में मिल जाती है। ऐसी स्थिति में आप को रोज सोने से पहले थोड़ा सा काला नमक ले के चाट लेना है। होता यूँ है की जब भी हम काले नमक को चाटते हैं या फिर जीभ पर रखते हैं तो एक सेराटोनिन नमक केमिकल रिलीज़ होता है जो हमारे दिमाग से तनाव को दूर करने में मदत करता है। और अनिद्रा की समस्या से भी राहत दिलाता है।

● सूजन को काम करता है : यदि किसी व्यक्ति के पैरों में सूजन या जोड़ों में दर्द रहता है तो काले नमक की सेंकाई करने से सूजन कम होती है है और दर्द में भी आराम मिलता है इसके लिए काले नमक को पानी में घोलकर गुन गुना कर लेते हैं। एक पट्टी की सहायता से पानी में भिगोकर सेंकने से सूजन में कमी व दर्द में आराम मिलता है।

● वजन घटाने में मदत करता है : जो लोग मोटापे से परेशान हैं ,जिनका वजन ज्यादा है उनके लिए भी काला नमक बहुत फायदे मंद है। जिन लोगों का वजन ज्यादा है सफ़ेद नमक को बंद कर के काले नमक का सेवन शुरू करें धीरे धीरे वजन में कमी आना शुरू हो जाएगी। सफ़ेद नमक में सोडियम की मात्रा अधिक होती है जिसे वजन बढ़ता है। काले नमक में सोडियम की मात्रा कम होने के कारण ये वजन को कम करने में मदत करता है।

● काला नमक एंटी हेलमेंटिक होता है : एंटी हेलमेंटिक का मतलब कृमिनाशक मतलब पेट में जो कीड़े पाए जाते हैं उनको मारने के लिए कोई अलग से दवा खाने की जरूरत नहीं है। बस काला नमक सेवन करने मात्र से ही पेट के सारे कीड़े मर जाते हैं।

● काला नमक एण्टा एसिड की तरह काम करता है  : एण्टा एसिड , एसिडिटी ,सीने में जलन , पेट फूलना, गैस बनना। उल्टी और दस्त जैसी स्थिति में एण्टा एसिड जैसी दवाओं का उपयोग किया जाता है। अगर काला नमक का सेवन किया जाता है। तो ये एण्टा एसिड का काम करता है।

एंटीऑक्सीडेंट काला नमक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह की तरह काम करता है।

काला नमक और नींबू पानी पीने के फायदे | Kala Namak Or Neebu Pani Peene ke Fayde

● शरीर को हाइड्रेट रखता है : काले नमक को नीबू के साथ पानी में मिला कर पीने से शरीर को हाइड्रेट रखने ,चयापचय को ठीक रखने में में बहुत फायदेमंद होता है। पेट से जुडी समस्यांए कम होती है और एनर्जी लेवल बरक़रार रहता है।

● रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ता है : काला नमक और नीबू एक साथ मिलकर पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। नीबू में मौजूद विटामिन C और काले नमक में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण एक साथ मिलकर आप के रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देते हैं।

● त्वचा के लिए फायदे मंद है : नीबू में मौजूद विटामिन c काले नमक में मौजूद सोडियम और पोटेशियम के साथ मिलकर डेटोक्सीफिकेशन का काम करता है। त्वचा के रोम छिद्रों में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकालता है। और त्वचा पे होने वाले फोड़े फुंसियों एवं मुहासों के खतरे को कम करता है। जिसे त्वचा स्वस्थ्य और चमक दर बनी रहती है।

● एंटीइंफ्लामेन्ट्री गुणों से भरपूर है  : काले नमक एंटीइंफ्लामेन्ट्री गुणों से भरपूर होता है जो नीबू में पाए जाने वाले विटामिन c से मिलकर शरीर के अंदरूनी भागों में सूजन में कमी करता है कोलेस्ट्राल की मात्रा को भी कण्ट्रोल करता है।

 Conclusion : निष्कर्ष

नमक एक ऐसी खाद्य सामग्री जिसके इर्द गिर्द ही खाने पीने और उसके स्वाद की रूप रेखा तै होती है। वैसे तो ज्यादातर खाने में समुंद्री नमक या सफ़ेद नमक ही उपयोग में लाया जाता है। लेकिन आज हम जिस नमक की चर्चा कर रहें हैं वो है Kala NamakKala Namak का भारतीय व्यंजनों एवं स्वस्थ्य सम्बन्धी फायदों को लेकर अपना महत्व है। दोस्तों आज हम इसी काले नमक के बारे में पूरी चर्चा किये। आप को काला नमक के बारे में दी हुई जानकारी कैसे लगी हमे जरूर बताएं बहुत बहुत धन्यववाद।

Frequently Asked Question

Question 1. काला नमक का दूसरा नाम क्या है?

Answer 2. काले नमक को रॉक साल्ट भी कहते हैं एक और दूसरा नाम काले नमक को सुलेमानी भी कहते हैं।

Question 2. भारत में काला नमक कहाँ पाया जाता है?

Answer 2. काला नमक जिसे संचर नमक भी कहते हैं कानपूर समेत अन्य ५ ६ बड़े शहरों में भी बनाया जाता है।

Question 3. क्या काला नमक और गुलाबी नमक एक ही है?

Answer 3. गुलाबी रंग का जो नमक होता है उसे हिमालयन नमक या फिर रॉक साल्ट भी कहते हैं। इसका दूसरा नाम सेंधा नमक भी है। काले नमक को संचर नमक भी कहते हैं। इसको विशेष बिधि से बनाया जाता है। जिसकी वजह से इसका रंग काला होता है।

Question 4. काला नमक किस चीज से बनता है?

Answer 4. काला नमक या संचर नमक बनाने के लिए साधारण सफ़ेद नमक में छोटी हरड़, बड़ी हरड़, आवंला एवं बबूल की छाल का चूर्ण मिला के एक विशेष विधि से बनाया जाता है।

Question 5 . खाली पेट काला नमक खाने से क्या होता है?

Answer 5. सुबह खली पेट काला नमक हल्का गरम गुनगुना पानी के साथ पीने से डाइबटीज कण्ट्रोल में रहता है , शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ जाता है जिसे से वजन को कम करने में मदत मिलती है।

अस्वीकरण: इस हिंदी ब्लॉग वेबसाइट परऔर खाद्य पदार्थों के बारे में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसका उद्देश्य पेशेवर सलाह नहीं है, और पाठकों को व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए योग्य विशेषज्ञों से परामर्श करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। ब्लॉग प्रदान की गई किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता या उपयुक्तता का समर्थन या गारंटी नहीं देता है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करे। Ganv wala Exporter  इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता। 

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